Saturday, April 6, 2024
Ravivar Vrat Katha - DuniyaSamachar

रविवार व्रत कथा

नई दिल्ली : रविवार 'सूर्य देवता' की पूजा का वार है। रविवार का व्रत करने व कथा सुनने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों की कुण्डली में सूर्य पीडित अवस्था में हो, उन लोगों के लिए रविवार का व्रत करना विशेष रूप से

Read More
Arghya to Sun in chhath puja - DuniyaSamachar

जानिए, छठ में आखिर क्यों डूबते सूरज को दिया जाता है अर्घ्य?

नई दिल्ली : हिन्दू धर्म में 'छठ पर्व' का विशेष महत्व है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से ये पर्व आरंभ होता है और सप्तमी तक चलता है। इस त्योहार में साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जाता है। इस त्योहार में गलती की कोई जगह नहीं होती। इस

Read More
chhath puja worship - DuniyaSamachar

जानें, क्यों मनाया जाता है छठ महापर्व, क्या है छठ पूजा का महत्व और कथा?

नई दिल्ली : हिंदुओं के सबसे बड़े पर्व दीपावली को पर्वों की माला माना जाता है। कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली मनाने के 6 दिन बाद कार्तिक शुक्ल को छठ पूजा मनाए जाने के कारण इसे 'छठ' कहा जाता है। छठ पर्व षष्ठी का अपभ्रंश है। छठ केवल एक पर्व

Read More
Chhath Puja - DuniyaSamachar

छठ पूजा में भूलकर भी न करें ये 12 गलतियां, पड़ सकती है भारी

नई दिल्ली : कार्तिक मास की शुक्ल चतुर्थी को छठ महापर्व मनाया जाता है। छठ त्‍योहार साल में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र महीने में और दूसरी बार कार्तिक महीने में लेकिन कार्तिक महीने में छठ मनाने का विशेष महत्व है। नहाय खाय के साथ छठ पूजा

Read More
यमुना माता की आरती, Yamuna Mata Aarti - DuniyaSamachar

श्री यमुना माता की आरती

आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है। आरती आपके द्वारा की गई पूजा में

Read More
गंगा माता की आरती, Ganga Mata Aarti - DuniyaSamachar

श्री गंगा माता की आरती

आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है। आरती आपके द्वारा की गई पूजा में

Read More
तुलसी माता, Tulsi Mata - DuniyaSamachar

श्री तुलसी माता की आरती

आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है। आरती आपके द्वारा की गई पूजा में

Read More
शीतला माता, Shitala Mata - DuniyaSamachar

श्री शीतला माता की आरती

आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है। आरती आपके द्वारा की गई पूजा में

Read More
मां वैष्णो देवी, Maa Vaishno Devi - DuniyaSamachar

वैष्णो माता की आरती

आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है। आरती आपके द्वारा की गई पूजा में

Read More
गायत्री माता, Gayatri Mata - DuniyaSamachar

गायत्री माता की आरती

आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है। आरती आपके द्वारा की गई पूजा में

Read More
error: Content is protected !!